Home विशेष प्राचीन भारतीय संस्कृति और आधुनिक भारत के नायक हैं प्रधानमंत्री मोदी

प्राचीन भारतीय संस्कृति और आधुनिक भारत के नायक हैं प्रधानमंत्री मोदी

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नरेन्द्र मोदी देश के पन्द्रहवें प्रधानमंत्री के रुप में शपथ ले रहे हैं। यह ऐतिहासिक पल है जब एक गैरकांग्रेसी दल का नेता, लगातार दूसरी बार देश का नेतृत्व कर रहा है। इससे पहले कांग्रेस के नेता जवाहर लाल नेहरु और इंदिरा गांधी को देश के प्रजातंत्र ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री के पद पर सुशोभित किया था।

आखिर, नरेन्द्र दामोदर दास मोदी के व्यक्तित्व का कौन सा करिश्मा है कि उनको देश की 130 करोड़ जनता ने दोबारा चुना है। उनकी शख्सियत का कौन सा रुप है जिससे देश की जनता को लगाव है, वह अपनी दुआओं और प्रार्थनाओं में उन्हें दोबारा प्रधानमंत्री बनने की मिन्नतें करती है।

देश के मिट्टी की खूशबू आती है
विविधताओं से भरा भारत उसी व्यक्ति को आंखों पर बैठाता है, जिससे देश के मिट्टी की खूशबू आती है। देश की 130 करोड़ जनता को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व से यह खूशबू मिलती है। नरेन्द्र मोदी के व्यवहार, आस्था, विश्वास, पोशाक, खान-पान, व्रत, त्योहार और सोच से उन मूल्यों की महक है, जिसको भारतवासी जीना चाहता है। लेकिन व्यवहारिक परिस्थितियों के कारण नहीं कर पाता है। आज हर एक देशवासी प्रधानमंत्री मोदी में अपना नायक देखता है। यही करिश्माई प्रभाव है कि हर वर्ग, हर धर्म और जाति के लोगों ने 2014 से भी अधिक मत देकर उन्हें विजयी बनाया है।

देश के लिए जीवन की आहुति 
देश की आजादी के बाद के सत्तर सालों के इतिहास में पिछले 30-40 सालों में कुछ ही नेता ऐसे हुए हैं, जो समग्र देश के लिए जीवन की आहुति देने के लिए तैयार रहे, उनमें से एक नरेन्द्र मोदी हैं। नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री के रूप में गुजरात की जनता के लिए और प्रधानमंत्री के रूप में देश की जनता का विकास करने के लिए अपने समय का हर क्षण और अपने शरीर का हर कण लगा दिया। देश की 130 करोड़ जनता ने प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के इस त्याग को महसूस किया और यह भी अनुभव किया कि यह व्यक्ति हर हाल में हर परिस्थिति में देश की आन पर आंच नहीं आने देगा। देश की शान बनाये रखने के लिए कोई भी कड़ा फैसला लेने में राजनीतिक सत्ता का लालच इस व्यक्ति को नहीं रोकेगा।

देश में सबका विकास
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सामने एक ऐसे नेतृत्व का उदाहरण रखा है, जो जाति, धर्म और क्षेत्र के सीमित दायरे से बाहर निकल कर संपूर्ण देश के लिए काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आवास योजना के तहत गरीबों को आवास दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों को किसी जाति, धर्म और क्षेत्र के चश्मे से नहीं देखा, घर सबको मिला। इसी तरह उज्जवला योजना के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने हर हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई जो देश के उत्तर में हो या दक्षिण में या पूरब या पश्चिम में सभी गरीब के रसोई घर में गैस का चूल्हा दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में विकास की धारा सब तक पहुंचाने का प्रयास किया।

भारत की संस्कृति को सम्मान मिला
भारतवासियों को अपनी संस्कृति से अगाध प्रेम है, वे इस संस्कृति को महान मानते हैं और एक बार फिर महानता के शिखर पर देखना चाहते हैं।आजादी के बाद भारत के इतिहास में यह पहला अवसर है जब प्रधानमंत्री स्वंय देश की संस्कृति के साथ अपने को जोड़ने में गर्व महसूस करता है और उसे विश्व मंच पर गर्व और विश्वास के साथ सबके सामने भी रखता है। जिस संस्कृति के कारण यह देश धर्मनिरपेक्षता और सहिष्णुता के लिए जाना जाता है, उस संस्कृति का पल्लवित और पुष्पित होने को इस देश की जनता आवश्यक शर्त मानती है। प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषणों और व्यवहार से भारतीय संस्कृति के सभी मूल्यों का पालन करते हैं जिसके लिए वह विश्व प्रसिद्ध है।

प्रधानमंत्री मोदी उस देश के एक बार फिर नायक बन रहे हैं, जिस देश को कई सालों से एक नायक की तलाश थी।

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