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देश के करोड़ों लोगों की जिंदगी में बदलाव ला रहा है डिजिटल इंडिया: प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को एप के माध्यम से केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के लाभार्थियों से संवाद किया। प्रधानमंत्री ने कहा, डिजिटल इंडिया आज देशभर में करोड़ों लोगों की जिंदगी में बदलाव ला रहा है। डिजिटल इंडिया से 4 E साकार हो रहे हैं-Education, Employment, Entrepreneurship और Empowerment”

प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर में करीब 3 लाख कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) संचालित करने वाले वीएलआई (विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) और इन सेंटर्स से सर्विस लेने वाले नागरिकों, तमाम जिलों के एनआईसी सेंटर्स में मौजूद लाभार्थियों, नेशनल नॉलेज नेटवर्क यानि एनकेएन से जुड़े 1700 से अधिक संस्थाओं के छात्रों, प्रोफेसरों, बीपीओ में काम करने वाले युवाओं, मोबाइल बनाने वाली कंपनियों के युवा कर्मचारियों और MyGov के लाखों वालंटियर्स के साथ संवाद किया। संवाद के दौरान लाभार्थियों के अनुभव सुनने के बाद श्री मोदी ने कहा, “मेरे हिंदुस्तान में जो बदलाव आ रहा है, जो बदलाव आप लोग ला रहे हैं और अपनी उंगली की ताकत से ला रहे हैं, ये प्रगति, ये विश्वास ये विकास- रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म को साकार करने वाला है।”

सरकार ने Digital Empowerment के हर पहलू पर काम किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब डिजिटल इंडिया लॉन्च हुआ था तो संकल्प था कि देश के सामान्य व्यक्ति, गरीब, किसान, युवाओं, गांवों को डिजिटल की दुनिया से जोड़ना है, उन्हें सशक्त करना है। इसी एक संकल्प को लेकर पिछले 4 वर्ष में डिजिटल सशक्तितकरण के हर एक पहलू पर काम किया गया है। चाहे गावों को फाइबल ऑफ्टिक्स सो जोड़ना हो, करोडों लोगों को डिजिटली साक्षर करना हो, सरकारी सेवाओं को मोबाइल के माध्यम से हर एक के हाथ में पहुंचाना हो, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग को देश में विकसित करना हो, स्टार्ट अप्स और इनोवेशन को बढ़ावा देना हो, दूरदराज के क्षेत्रों में बीपीओ खोलने का अभियान चलाना हो, ऐसे अनेक प्रकल्प आज आगे बढ़ रहे हैं। आज पेंशन प्राप्त करने वाले हमारे बुजुर्गों को कोसों दूर खुद जाकर अपने जीवन का प्रमाण नहीं देना पड़ता बल्कि वे अपने गांव में ही सीएससी से आसानी से यह काम कर सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया ने हर काम को आसान बना दिया है। देश का किसान मौसम का हाल, फसल की जानकारी प्राप्त कर सकता है। साथ ही डिजिटल मार्केट eNAM के माध्यम से अपने उत्पाद देशभर के बाजार में बेच सकता है। आज गांव में पढ़ने वाला विद्यार्थी सिर्फ अपने स्कूल कॉलेज में उपलब्ध किताबों तक सीमीत नहीं है। वो डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से लाखों किताबों को एक्सिस कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज रेलवे टिकट, रसोई गैस ऑनलाइन बुक हो जाते हैं, टैक्स, बिजली का बिल ऑनलाइन जमा हो जाता है। दैनिक जीवन से जुड़े बहुत सारे काम आपकी उगलियों से हो जाते हैं।

घर के नजदीक सुविधाएं देने पर सरकार का जोर
पीएम मोदी ने कहा कि देश के हर नागरिक को अपने घर के नजदीक सभी सुविधाएं मिलें, इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर्स को मजबूत का जा रहा है। देशभर में 3 लाख सेंटर खोले जा चुके हैं। डिजिटल डिलीवरी सेंटर का यह नेटवर्क देश के 1.83 लाख ग्राम पंचायत में फैला है। आज लाखों युवा विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर के रूप में काम कर रहे हैं, इनमें 52 हजार महिला उद्यमी हैं। इन केद्रों के माध्यम से 10 लाख लोगों को रोजगार मिला है। ये केंद्र न सिर्फ सशक्तिकरण का माध्यम बने हैं बल्कि रोजगार को भी बढ़ावा मिल रहा है।

बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के जीतेंद्र सोलंकी ने बताया कि वो 4 हजार की आबादी वाले अपने गांव में सीएससी चलाते हैं। भारत नेट के बाद वाईफाई आया और गांव में इंटरनेट की समस्या खत्म हो गई। इंटरनेट कनेक्शन गांव के घरों में पहुंचाया गया है, जहां लड़कियां ऑनलाइन पढ़ाई कर पा रही हैं, वहीं बुजुर्गों को पेंशन, जीवन प्रमाण आदि के लिए अब गांव के बाहर नहीं जाना पड़ता है। रिटायर्ड सैनिक ब्रह्मानंद ने बताया कि पहले उन्हें पेंशन के लिए 5 किलोमीटर दूर दनकौर जाना पड़ता था, लेकिन अब सीएससी से ही पेंशन मिल जाती है। गांव की एक लड़की ने बताया कि उसका ऑनलाइन पढ़ाई के बाद यूपी पुलिस कॉन्सेटबल में चयन हो गया है। सभी ने प्रधानमंत्री मोदी की डिजिटल इंडिया मुहिम की तारीफ की।

ग्रामीण महिलाओं के डिजिटल ज्ञान से प्रभावित हुए प्रधानमंत्री
हरियाणा के यमुना नगर की मिसबा हाशमी भी सीएससी संचलालित करती हैं और उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि वे गांव में एक हजार से अधिक लोगों को डिजिटल साक्षर किया है। मीनू नाम की महिला ने बताया कि दूसरो के घरों में खाना बनाने और बरतन मांजने का काम करती है, लेकिन उसे सीएससी के माध्यम से भीम एप के जरिए रुपयों के भुगतान के बारे में बताया गया और नोटबंदी के दौरान इससे बहुत मदद मिली। वहीं गांव के शौकत ने बताया कि सीएससी में जाकर ही उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना का ऑनलाइन फार्म भरा था और अब उनका नाम चयन हो गया है, ढाई लाख रुपये की ग्रांट भी मिल गई है। इसी प्रकार महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के पाजरा गांव के सीएससी सेंटर भी लोगों ने अपने अनुभव साझा किए।

राजस्थान के अलवर जिले में सीएससी संचालित करने वाली स्नेहलता ने बताया कि वह सिर्फ 12वीं तक पढ़ी हैं लेकिन उन्होंने इस सेंटर के माध्यम से हजारों लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी है और उनकी मदद कर रही हैं। स्नेहलता ने घुमंतू जाति के लोगों को भी डिजिटल दुनिया से रूबरू कराया है। इनके सेंटर में प्रतिदिन 500 से अधिक लोग आते हैं और पेंशन, मनरेगा का पैसा, टेली मेडिसिन आदि की सुविधा का लाभ उठाते हैं। इसी गांव की सपेरा जाति की बीए की छात्रा पूनम के अनुभव ने प्रधानमंत्री मोदी को काफी प्रभावित किया। श्री मोदी ने पूनम के माता-पिता की बेटी को पढ़ाने और आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए तारीफ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल पेमेंट से बहुत लाभ हैं, उन्होंने रुपे कार्ड का प्रयोग करने की अपील की। उन्होंने डिजिटल पेमेंट को लेकर गांव के लोगों में आ रही जागरूकता की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेनदेन से कालेधन का व्यापार बंद होता है और कालाबाजारी बंद होती है, लेकिन बिचौलियों के लिए यह काफी परेशानी पैदा करने वाला है। उन्होंने कहा, “डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ाना है, ये लड़ाई दलाली बानाम डिजिटल इंडिया की है। दलाली को रोकने का काम डिजिटल इंडिया कर रहा है।”

6 करोड़ लोगों को डिजिटल साक्षर बनाने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश का हर नागरिक डिजिटली साक्षर बने इसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री डिजिटल साक्षरता अभियान पीएम दिशा शुरू किया है। इस अभियान के तहत 6 करोड़ लोगों को डिजिटल ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें कैशलेस लेनदेन के बारे में, भीम एप के इस्तेमाल के बारे में बताया जाता है। अब तक सवा करोड़ लोगों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है, जिनमें 70 प्रतिशत एससी एसटी कंडिटेट हैं।

छोटे शहरों में बीपीओ से युवाओं को मिल रहा रोजगार
श्री मोदी ने बताया कि डिजिटल इंडिया के तहत बीपीओ सेक्टर में बड़ा काम किया जा रहा है। सरकार की बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत छोटे शहरों में बीपीओ खोलने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है और इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। इससे आईटी क्षेत्र में 2 लाख रोजगार के अवसर बनेंगे, इसके लिए 550 करोड रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। प्रधानमंत्री ने नगालैंड के कोहिमा, पटना और तमिलनाडु में संचालिति हो रहे बीपीओ के कर्मचारियों और संचालकों के अनुभव भी सुने।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफेक्चरिंग बढ़ाने पर भी जोर दे रही है। 2014 के पहले देश में मोबाइल बनाने वाली सिर्फ दो कंपनियां थीं, वहीं आज 120 यूनिट हैं। प्रधानमंत्री ने नोएडा की एक मोबाइल कंपनी के कर्मचारियों से बातचीत भी की। इस कंपनी की कर्मचारी गरिमा ने बताया कि कैसे वो प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के सपने को साकार कर रही है।

डिजिटल इंडिया के लाभार्थियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने नेशनल नॉलेज नेटवर्क यानि एनकेएन से जुड़े संस्थानों के छात्रों, रिसर्चर, वैज्ञानिकों के अनुभव भी सुने। श्री मोदी ने सरकार द्वारा 2014 में लॉन्च किए गए MyGov पोर्टल के वॉलंटियर्स से भी बातचीत की। श्री मोदी ने बताया कि आज लगभग 60 लाख वालंटियर MyGov प्लेटफार्म से जुड़े हुए हैं और सरकार को अपने सुझाव दे रहे हैं।

 

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