Home नरेंद्र मोदी विशेष प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को मिल रहा वैश्विक सम्मान

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को मिल रहा वैश्विक सम्मान

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दुनिया में इस समय किसी नेता की सबसे ज्यादा मांग है तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। आम लोगों के ही चहेते नहीं, बल्कि खास लोग भी उनके मुरीद हैं। वे दुनिया के जिन नेताओं से भी मिले हैं उन्होंने उनकी काफी प्रशंसा की है। वे जहां भी जाते हैं उनका विशेष सम्मान किया जाता है। एक बार फिर ब्रिटेन में प्रधानमंत्री मोदी का ग्रैंड वेलकम होने वाला है। 

प्रधानमंत्री मोदी का ब्रिटेन में होगा जबरदस्त स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को राष्ट्रमंडल देशों के प्रमुखों की बैठक के लिए लंदन पहुंचेंगे जहां उनके अभूतपूर्व स्वागत की तैयारी है। प्रिंस चार्ल्स खुद उनकी अगवानी करेंगे। टाटा मोटर्स के पहले इलेक्ट्रिक जगुआर कार में वे उनके स्वागत के लिए आएंगे। यहां यह ध्यान देने की बात है कि बाकी देशों के राष्ट्राध्यक्ष एक साथ बस में जाएंगे। स्वागत समारोह का ऐतिहासिक होना दर्शाता है कि ब्रिटेन भारत के साथ संबंधों को कितनी गंभीरता से ले रहा है।
बुधवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में उनकी टेरीजा मे के साथ बैठक होगी। वह अकेले ऐसे नेता हैं, जिन्हें ब्रिटेन ने द्विपक्षीय वार्ता का न्योता दिया है। पीएम मोदी बुधवार की शाम को ही भारत की बात कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। लंदन के वेस्टमिंस्टर सेंट्रल हाल में इसका आयोजन किया जा रहा है। आपको बता दें कि वे ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ से भी मिलने वाले हैं। दरअसल महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने खुद पत्र लिखकर मोदी को बैठक का न्योता दिया था।

 अमेरिकी कांग्रेस में जब 9 बार मिला स्टैंडिंग ओवेशन
8 जून, 2016 को प्रधानमंत्री मोदी ने जब यूएस कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को जब संबोधित किया तो एक रिकॉर्ड बन गया। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में पीएम मोदी के आते ही अमेरिका सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाईं। लगातार चार मिनट तक ताली बजी। पीएम मोदी की 48 मिनट की स्पीच के दौरान 72 बार तालियां बजीं और कम से कम 9 बार स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया। जैसे ही उन्होंने अपनी स्पीच खत्म की, वहां मौजूद अमेरिकी सांसदों में उनसे हाथ मिलाने और ऑटोग्राफ लेने की होड़ लग गई।

बान की मून ने कहा पीएम मोदी हैं आज के ग्लोबल लीडर
जुलाई 2017 में संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की-मून ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ग्लोबल लीडर बनने की राह पर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी सिर्फ भारत में ही लोकप्रिय नहीं हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी दमदार मौजूदगी दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि, ‘मोदी इस पृथ्वी और मानवता को बचाने के लिए अभियान की अगुवाई भी करते रहे हैं। ‘इंटरनेशनल सोलर अलायंस’ जिसमें यूरोपीय यूनियन खासकर अमेरिका और फ्रांस के सहयोग से 122 देश हिस्सा ले रहे हैं। यह अत्यंत ही महत्वाकांक्षी अभियान है।

जलवायु परिवर्तन पर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर भरोसा
जलवायु परिवर्तन पर काम करने के लिए भारत वैश्विक नेतृत्व को प्रेरित कर रहा है क्योंकि भारत ने अपनी ऊर्जा जरूरत का 40% हिस्सा 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया है। भारत ने ऊर्जा के लिए कोयले से सौर की तरफ रूख करने के लिए ठोस प्रयास किए हैं। सौर और पवन ऊर्जा में भारी निवेश से बिजली की कीमतें भी कम हुई हैं। इसके अतिरिक्त मोदी सरकार यह साहस भी दिखाया है जब अमेरिका ने खुद को पेरिस समझौते से अलग किया तो दुनिया की नजर भारत पर ठहर गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व मंच पर अपनी ताकतवर उपस्थिति दर्ज करा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ही इंटरनेशनल सोलर एलायंस (ISA) का गठन हुआ जिसमें 121 देश शामिल हैं।

आतंकवाद पर दुनिया ने स्वीकारा पीएम मोदी का आह्वान
आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता, आतंकवाद तो बस आतंकवाद होता है। अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत की यही बात पहले अनसुनी रह जाती थी, लेकिन अब भारत की बातों को दुनिया मानने लगी है और एक सुर में आतंक की निंदा कर रही है। आतंक के खिलाफ आज अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, नार्वे, कनाडा, ईरान जैसे देश हमारे साथ खड़े हैं। पाकिस्तान को छोड़कर सार्क के सभी सदस्य देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव और नेपाल हमारे साथ हैं। जी-20 हो या हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन, ब्रिक्स हो या सार्क समिट सभी ने हमारे साथ आतंकवाद को मानवता का दुश्मन बताते हुए दुनिया को इसके खिलाफ एक होने का आह्वान किया है।

पीएम मोदी के आह्वान से योग को दुनिया ने दिया समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 21 जून, 2015 को विश्व के 192 देश जब ‘योगपथ’ पर चल पड़े तो सारे संसार में योग का डंका बजने लगा। आधुनिकता के साथ अध्यात्म का मोदी मंत्र दुनिया के देशों को भी भाया और इसी कारण पीएम मोदी की पहल को 192 देशों का समर्थन मिला। 177 देश योग के सह प्रायोजक के तौर पर इस आयोजन से जुड़ भी गए। अब पूरी दुनिया योग शक्ति से आपस में जुड़ी हुई महसूस होने लगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनथक प्रयास से योग को आज पूरी दुनिया में एक नई दृष्टि से देखा जाने लगा है। यह अनायास नहीं है कि पूरी दुनिया में योग का डंका बज रहा है। ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भारत की नीति और भारतीय होने पर गौरव की अनुभूति से प्रभावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग का पूरी दुनिया में प्रसार किया है।

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