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मुस्लिम युवकों ने किया दलित बच्ची से गैंगरेप, लेकिन धर्मनिरपेक्षता के ठेकेदार चुप्पी साधे रहे, आखिर क्यों?

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पिछले कुछ वर्षों से देश में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है कि मुसलमानों का रहना मुश्किल हो गया है। मीडिया का एक धड़ा और धर्मनिरपेक्षता का ढोंग करने वाले लोग जहर फैला रहे हैं कि हिंदूवादी संगठनों ने देशभर में मुसलमानों के लिए विकट हालात पैदा कर दिए हैं। जबकि सच्चाई इसके उलट है। केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को बदनाम करने के लिए साजिश के तहत इस तरह का झूठ गढ़ा जा रहा है। हिंदुओं द्वारा मामूली झगड़े को सांप्रदायिक रंग देने वाले ये छद्म धर्मनिरपेक्ष लोग मुसलमानों द्वारा की गई बड़ी से बड़ी आपराधिक वारदात पर चुप्पी साध लेते हैं। इन लोगों को हिंदुओं के साथ की जा रही मॉब लिंचिंग दिखाई नहीं देती है। देश में हिंदुओं, दलितों, आदिवासियों के साथ मॉब लिंचिंग की घटनाएं आम हैं, लेकिन हिंदू विरोधी ताकतों को ये दिखाई नहीं देता है।

ताजा घटना उत्तर प्रदेश के कौशांबी की है। यहां थाना सराय अकिल इलाके में दो दिन पहले कुछ मुस्लिम युवकों ने नाबालिग दलित बच्ची के साथ गैंगरेप किया और उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। लेकिन धर्मनिरपेक्षता का एक भी ठेकेदार उस पीड़िता के पक्ष में आवाज उठाने नहीं आया। सोचिए अगर ये घटना किसी हिंदू ने मुस्लिम बच्ची की साथ की होती तो देश में आसमान सिर पर उठा लिया होता। इस घटना के मुख्य आरोपी मोहम्मद आदिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में एक अन्य आरोपी नाजिम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि तीसरा आरोपी अभी भी फरार है।

यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले इसी वर्ष कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें मुसलमानों ने हिंदुओं पर जुल्म ढाए, लेकिन पीएम मोदी को बदनाम करने में लगे लोगों ने कभी अपनी जुबान नहीं खोली। ऐसी घटनाओं की संख्या सैकड़ों में है। हम आपको 2019 में हिंदुओं के साथ हुई ज्यादती की कुछ ऐसी ही घटनाओं को दिखाते हैं, जिन पर धर्मनिरपेक्षता का चोला ओड़े लोगों ने चुप्पी साधे रखी। 

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-1
8 जनवरी, 2019 को मुंबई के मलाड मुसलमानों की टोली ने एक पेट्रोल पर तोड़फोड़ की और स्टाफ को मारा, क्योंकि पेट्रोल पंप पर लंबी लाइन की वजह से उन्हें नमाज के लिए देर हो रही थी।

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-2
15 मई, 2019 को यूपी के गोंडा में मामूली विवाद के बाद चार मुसलमानों ने विष्णु कुमार गोस्वामी नाम के युवक को पेट्रोल डालकर जला दिया,  लेकिन कहीं से इसके विरोध में कोई आवाज नहीं उठती है।

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-3
18 मई, 2019 को उत्तर प्रदेश के मथुरा में मुसलमानों की भीड़ ने एक हिंदू युवक को सरेआम पीट-पीट कर मार डाला। भारत यादव और पंकज यादव नाम को दो भाई मथुरा में लस्सी की दुकान चलाते थे। 18 मई को कुछ मुस्लिम आए और 15 गिलास लस्सी पी। जब भाइयों ने पैसे मांगे तो मुसलमानों ने अपने साथियों को बुलाया और दोनों के काफिर कहते हुए मारा-पीटा। पिटाई से भरत यादव की मौत हो गई। इतनी बड़ी घटना को मीडिया ने भी दबा दिया और धर्मनिरपेक्षता का ढोंग करने वालों ने भी।

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-4
7 जून, 2019 को यूपी के शामली में मुसलमानों की भीड़ ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हमला बोल दिया। इतना ही नहीं जब पुलिस आरोपियों को पकड़ने गई तो पुलिस टीम पर भी पथराव किया गया।

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-5
10 जून, 2019 को बिहार में बेगूसराय के नूरपुर गांव में 10 जून की रात को कुछ मुस्लिम युवकों ने एक दलित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। गांव छोड़ने की धमकी भी दी। लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए किसी ने आंदोलन नहीं चलाया।

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-6
23 जून, 2019 को बिहार के जमुई में शमशुद्दीन अंसारी नाम का शख्स एक 8 वर्षीय हिंदू बच्ची की रेप के बाद हत्या कर देता है, लेकिन इस घटना के खिलाफ किसी का मुंह नहीं खुलता है।

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-7
24 जून, 2019 को मध्य प्रदेश के गुना में अपहरण के आरोपी इमरान के परिजनों ने पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया और पुलिसवालों को जान से मारने की धमकी दी।

हिंदुओं पर जुल्म की घटना नंबर-8
1 जुलाई 2019 को दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में सैकड़ों मुस्लिम युवकों की भीड़ पार्किंग विवाद में सौ साल पुराने मंदिर में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां तोड़ देती है। देश की राजधानी में हुई इस घटना के बाद मुसलमानों की इस करतूत के खिलाफ कहीं कोई आवाज नहीं उठी।

इन घटनाओं से साफ है कि पीएम मोदी को बदनाम करने की साजिश रचने वालों को हिंदुओं के खिलाफ मुसलमानों द्वारा की गई लिंचिंग की खबरों से कोई मतलब नहीं है। ऐसी घटनाओं पर ये लोग आंखें मूंद लेते हैं। लेकिन ऐसी राष्ट्रविरोधी ताकतों से सतर्क रहने की जरूरत है।

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