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न्यू इंडिया का मोदी मंत्र : न बैठूंगा, न बैठने दूंगा

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”न खुद बैठेंगे और न ही दूसरों को बेकार बैठने देंगे।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बात गुरुवार को दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक में कही। जाहिर है पीएम मोदी का ये बयान उनका इरादा बता रहा है। प्रधानमंत्री की तरफ से संदेश साफ है कि विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत के बाद जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है, लिहाजा अब चैन से बैठने से काम नहीं चलने वाला। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि हमें काम करने के लिए मत मिला है, लिहाजा काम पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पहले भी काम होता रहा है लेकिन अब और भी ज्यादा काम की जरूरत होगी।

2022 तक ‘न्यू इंडिया’ का लक्ष्य
बीते 13 मार्च को बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भी पीएम ने 2022 का लक्ष्य भी बता दिया है। 2022 तक उनका न्यू इंडिया का उनका सपना है और वे 2022 तक सिर्फ काम के बल पर रिजल्ट चाहते हैं। साफ है इसके लिए उन्हें काम करने वाले सहयोगियों की जरूरत है। पीएम की इस बात से उनका 2022 तक का एजेंडा भी स्पष्ट हो गया है।


‘परिश्रम की पराकाष्ठा’ को तत्पर पीएम
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी की रग-रग में सिर्फ काम… काम… और काम है। 2014 में पहली बार संसद के सेंट्रल हॉल में बोलते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा था कि ये सरकार गरीबों की सरकार होगी और मैं परिश्रम की पराकाष्ठा कर दूंगा। पीएम मोदी अपने दोनों ही वादों पर अब तक खरे उतरे हैं। केंद्र की ज्यादातर योजनाएं गरीबोन्मुखी है और परिश्रम करने में तो उनका कोई सानी नहीं है। अब तो ये बात तो उनके विरोधी भी स्वीकार करते हैं।


न छुट्टी, न आराम
एक आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने कार्यभार संभालने के बाद एक दिन भी आराम नहीं किया है। अब तक सरकार के चौंतीस महीने हो चुके हैं लेकिन प्रधानमंत्री ने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली है। बिना थके, बिना रुके वे दिन रात देश की सेवा में लगे हुए हैं।


न होली, न दिवाली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को कार्यभार संभाला था। तब से लेकर अभी तक उन्होंने तीन दिवाली देखी है और तीनों ही दिवाली उन्होंने देश के विभिन्न सीमा पर राष्ट्र की सुरक्षा में लगे जवानों के साथ मनाई। 2014 में प्रधानमंत्री ने सियाचिन में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। 2015 में उन्होंने अमृतसर के खालसा स्थित डोगराई वॉर मेमोरियल का दौरा किया था। 2016 में उन्होंने उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा के माणा पोस्ट पर तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। पीएम मोदी होली के दिन भी काम करना ही पसंद करते हैं।

66 साल के युवा
बीते 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 66 साल के हो गए हैं। लेकिन उनके अंदाज को देखकर उम्र का अंदाजा लगाना मुश्किल ही है। पीएम मोदी एक युवा की तरह हर वक्त बेहद एक्टिव नजर आते हैं। वे रोज 18 घंटे काम करते हैं। 31 दिसंबर और एक जनवरी जब सारी दुनिया उमंग में डूबी रहती है पीएम मोदी काम में खोए रहते हैं। 2016 के 31 दिसंबर की रात भी उन्होंने देश को संबोधित किया था।

मंत्रियों को भी नहीं बैठने देते
प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों से भी इसी तरह से काम लेते हैं। एक बार जब कुछ पत्रकारों ने खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान से उनकी लाल हो रही आंखों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा दिल्ली की गर्मी की वजह से हुआ है। लेकिन उनके सहयोगियों ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी के साथ कदमताल करना पड़ता है इसलिए उनकी आंखें लाल हैं। एक बार नितिन गडकरी ने भी इस तरह की बात को सार्वजनिक किया था।


पीएम मोदी की दिनचर्या
रात को 12 बजे सोने के बाद पीएम मोदी चार बजे सुबह जगते हैं। सुबह उठने के बाद वे योग और सूर्य नमस्कार करते हैं। हल्के नाश्ते के बाद सुबह 9 बजे ऑफिस पहुंच जाते हैं और रात के बारह बजे तक काम में ही लीन रहते हैं। इतना ही नहीं उनका फोन चौबीसों घंटे ऑन रहता है और किसी भी मंत्री या अधिकारी को कभी भी फोन करने की छूट है।


पीएम मोदी का टाइम मैनेजमेंट
विदेशी मामलों पर जितनी सक्रियता पीएम मोदी ने दिखाई, शायद ही इतनी सक्रियता किसी और प्रधानमंत्री ने दिखाई है। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के शुरूआती 180 दिनों में प्रधानमंत्री मोदी ने 31 दिन हवाई यात्रा की थी। 2015 में उन्होंने 97 घंटे में ही तीन देशों का दौरा कर लिया और भारत लौट भी आए।

उड़ान के दौरान भी काम ही काम
पीएम अपने दौरों के वक्त को कम करने के लिए होटलों में नहीं रूकते हैं। उड़ान के दौरान एयर इंडिया-वन प्लेन में ही अपनी नींद पूरी करते हैं। इसकी वजह ये है कि ज्यादातर प्रोग्राम सुबह से शेड्यूल किए जा सकें। इससे वे कम वक्त में ज्यादा लोगों से मुलाकात कर पाते हैं। पीएम मोदी विमान में भी पूरे समय सोते नहीं हैं। वे अधिकारियों से बैठकों के बारे में बातचीत करते रहते हैं। फ्लाइट में भी पूरे वक्त वे मीटिंग में व्यस्त रहते हैं।

5 दिन में दो दिन ही होटल में रुके
साल 2016 में 30 मार्च से 2 अप्रैल तक मोदी तीन देशों (बेल्जियम, यूएसए और सऊदी अरब) के दौरे पर गए थे। 5 दिन के दौरे में उन्होंने टाइम बचाने के लिए दिल्ली से ब्रसेल्स, ब्रसेल्स से वॉशिंगटन और वॉशिंगटन से रियाद के बीच रात को ही एयर इंडिया वन में ट्रैवल किया। इस दौरान वे सिर्फ दो रात ही विदेशी होटलों में रुके और उन्होंने ये दौरा घंटे में पूरा किया। अगर वे प्लेन में सोकर ट्रैवलिंग का फैसला नहीं करते तो इस दौरे में कम से कम 6 दिन का वक्त लगता।


सोशल मीडिया पर हर पल की अपडेट
पीएम मोदी का ट्वीटर अकाउंट सुबह 6 बजे एक्टिव हो जाता है और रात के साढ़े ग्यारह तक ऑन रहता है। ऐसा वे विदेश दौरों के दौरान भी करते हैं। उनके दौरे से रिलेटेड हर इन्फॉर्मेशन को चौबीस घंटे अपडेट किया जाता है। हाल के दिनों में काशी दौरे के दौरान एक असम की एक बच्ची की जान उनके सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने से ही बची थी।

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