Home चुनावी हलचल जालसाजों की पार्टी है ‘आप’ ?

जालसाजों की पार्टी है ‘आप’ ?

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दिल्ली में एमसीडी चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी और उसके नेता अलग-अलग नंबर से लोगों को फोन कर रहे हैं। इस तरह के फोन कॉल्स आमतौर पर रिकॉर्डेड होते हैं। मूलरूप से इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पार्टी के लिए वोट मांग रहे होते हैं। लेकिन दिक्कत ये है कि पार्टी के लिए प्रचार करने में ये लोग इस तरह अंधे हो चुके हैं कि इन्हें फर्जीवाड़ा करने से भी परहेज नहीं है। ये लोग फर्जी नंबरों से फोन करते हैं। अक्सर उन नंबरों पर कॉल बैक करने पर फोन नहीं लगता।

फर्जी नंबरों से ‘आप’ का चुनाव प्रचार
यहां एक ऐसे ही नंबर का जिक्र किया जा रहा है। ये नंबर है +918527725618. फोन आने पर Truecaller में नंबर Modi Modi के नाम से दिखता है। लेकिन उठाने पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की रिकॉर्डेड आवाज सुनाई देती है। फोन उठाते ही वो दो मिनट तक फोन नहीं काटने की मिन्नतें करने लगते हैं। शायद आप वालों को यकीन है कि सुनने वाला उनके नाम का फोन कभी नहीं उठाएगा। इसीलिए उन्हें धोखेबाजी का सहारा लेना पड़ रहा है। खैर, फोन पर सिसोदिया एमसीडी के लिए पार्टी का प्रचार कर रहे होते हैं। लेकिन काटने के बाद उसी नंबर पर वापस कॉल करने पर आवाज आती है, you are not dialing a valid number. सवाल है कि अगर पार्टी का प्रचार ही करना है तो इस फर्जीवाड़े का सहारा क्यों लिया जा रहा है? पार्टी के नाम से नंबर Save करें और फिर जिसे चाहे फोन लगाकर वोट मांगें। सवाल ये भी है कि जब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री खुद इस तरह की जालसाजी में संलिप्त होंगे तो पार्टी का आम कार्यकर्ता क्या करेगा ?

झूठ-फरेब और जालसाजी की जमीन पर खड़ी है ‘आप’

दरअसल दिल्ली के विवादास्पद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने झूठे वायदों पर ही सरकार बनाई है। दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले भी वो इसी तरह से फोन कॉल्स के माध्यम से झांसा देकर वोट लेने का काम कर चुके हैं। उनको और उनकी पार्टी को लगता है कि दिल्ली की जनता तो अब उनकी बातों पर यकीन करने से रही, इसीलिए भारत के सर्वमान्य लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का इस्तेमाल करने का काम कर रही है, लेकिन धोखे से। आइए आपको वो 10 झूठे वादे बताते हैं, जो केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मतदाताओं से किए थे।

1. सार्वजनिक स्थानों को वाई-फाई करने का वायदा- आम आदमी पार्टी के संयोजक ने सरकार बनाने से पहले दिल्ली के लोगों से सभी सार्वजनिक स्थानों पर वाई-फाई लगाने का वायदा किया था। केजरीवाल ने कहा था कि टेलीकॉम कंपनियों से संपर्क कर लिया गया है। अध्ययन किया जा रहा है। जल्दी ही सभी सार्वजनिक स्थानों पर फाई-फाई सुविधा शुरू कर दी जाएगी। लेकिन दिल्ली के लोगों को आज भी केजरीवाल के वाई-फाई का इंतजार है।

2. डेढ़ लाख जनशौचलायों का वायदा—केजरीवाल सरकार ने वायदा किया था कि झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों में 1.5 लाख शौचालयों का निर्माण करेगें। 50,000 सार्वजनिक शौचालय बनाये जाएगें। इनमें से एक लाख शौचालय महिलाओं के लिए होंगे। लेकिन फरवरी 2017 तक सिर्फ 957 शौचालय ही बन पाये थे और 3,318 शौचालयों पर काम हो रहा था।

3. 500 नये स्कूलों के निर्माण का वायदा—केजरीवाल ने 500 नये स्कूल खोलने का वायदा किया था, लेकिन सरकार यह वायदा भी पूरा नहीं कर पायी। 20 नये कालेज देने का वायदा भी केजरीवाल अभी तक पूरा नहीं कर सके हैं।

4. 10-15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने का वायदा-आप नेता ने शहर को स्मार्ट बनाने के लिए 10 से 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी वायदा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हो सका है।

5. 3000 डीटीसी बसों के साथ एकीकृत परिवहन व्यवस्था देने का वायदा- विवादास्पद मुख्यमंत्री ने दिल्ली को एक अच्छी परिवहन व्यवस्था देने के इरादे से 3000 नई डीटीसी की बसें लाने का वायदा किया था, लेकिन आज तक एक भी नई बस नहीं खरीदी जा सकी है। यहां तक कि टेंडर की प्रक्रिया भी शुरु नहीं की जा सकी है। क्लस्टर बस सेवा में भी 1000 बसों के लाने का वायदा किया था उसमें भी मात्र 250 नई बसें ही जोड़ी जा सकी हैं।

6. महिलाओं की बसों में सुरक्षा का वायदा- बसों में ई-टिकटिंग करने का वायदा किया था, जो कुछ ही बसों में हो सकी हैं। इस कारण से एकीकृत टिकट की व्यवस्था देने का वायदा भी पूरा नहीं हुआ है। बसों में वाई-फाई और जीपीएस केवल पायलट योजना तक ही सीमित रह गई है। बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी और मार्शल की सुविधा भी जनता को नहीं मिल रही है।

7. 1000 मोहल्ला क्लिनिक देने का वायदा- केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का वायदा किया था। इसके लिए 2016 तक शहर को 1000 मोहल्ला क्लिनिक बनाने की बात कही गई थी लेकिन केजरीवाल सरकार मात्र 107 क्लिनिक ही दे पायी।

8. यमुना की सफाई के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट का वायदा- आप संयोजक ने दिल्ली के सीवेज को 100 प्रतिशत एकत्र करके उसकी सफाई करने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नेटवर्क देने की बात कही थी, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। लेकिन यमुना रिवर फ्रंन्ट और छठ घाटों जैसे कंक्रीट के निर्माण से यमुना की सफाई करने का दिखावा कर रहे हैं।

9. जनलोकपाल देने का वायदा-मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली से जनलोकपाल बिल देने का वायदा किया था लेकिन अभी तक जनलोकपाल बिल ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है।

10. स्वराज देने का वायदा- अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को अपनी समस्याऐं सुलझाने की शक्ति देने के लिए स्वराज बिल का वायदा किया था जो अभी तक पूरा नहीं किया है।

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