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सस्ती सौर ऊर्जा उत्पादन में भारत निकला सबसे आगे

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भारत सबसे सस्ती सौर ऊर्जा का उत्पादन करने वाला देश बन गया है, एक सर्वे में यह बात सामने आई है। देश में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। जहां कुछ सालों पहले बहुत कम लोगों को सौर ऊर्जा के बारे में जानकारी थी, वहीं पीएम मोदी के प्रयासों के चलते अब काफी लोग सौर ऊर्जा के इस्तेमाल के प्रति सजग हो पाए हैं और अब देश भर में गांवों से शहरों तक में सौर ऊर्जा के प्रयोग में बढ़ोत्तरी हो रही है।

अंतर्राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी (IRENA) के सर्वे के मुताबिक भारत पूरे विश्व में सबसे सस्ती सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाला देश बन गया है। सौर ऊर्जा उत्पादन में भारत का यह नया कीर्तिमान है।

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इकोनॉमी फोरम ने IRENA की लिस्ट देखते हुए सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाले 19 देशों की सूची जारी की है। इस लिस्ट में कनाडा को सबसे महंगी सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाला बताया गया है, जिसके बाद रूस, जापान, दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, अमेरिका आदि देशों का नाम आता है। इस लिस्ट में सबसे नीचे भारत, इटली और चीन का नाम है, ये तीनों देश सबसे सस्ती सौर ऊर्जा का उत्पादन कर रहे हैं, जिसमें भारत पहले नंबर पर है।

इसके साथ ही सर्वे में कहा गया कि साल 2018 में भारत में सौर ऊर्जा पैनल लगाने की लागत में 27 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।

यूएन पर्यावरण प्रमुख ने भी सौर ऊर्जा प्रोत्साहन के लिए की थी भारत की तारीफ

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के पर्यावरण प्रमुख ने सौर ऊर्जा प्रोत्साहन के लिए भारत की तारीफ की थी। अपनी ऊर्जा जरूरतों को सौर ऊर्जा से पूरा करने और प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक के भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए पर्यावरण प्रमुख ने कहा था कि धरती को बचाने के लिये अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है।

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के कार्यकारी निदेशक एरिक सोलहिम ने कहा था कि वर्ष 2017 मानव इतिहास में पहला वर्ष है जब दुनिया में सूर्य के माध्यम से उत्पादित बिजली तेल, गैस और कोयले से कुल मिला कर उत्पादित बिजली से अधिक रही।

सौर ऊर्जा से चलने वाला पहला हवाई अड्डा

एरिक ने कहा दक्षिण भारत में दुनिया का ऐसा पहला हवाई अड्डा है जो पूरी तरह सौर ऊर्जा से चल रहा है। केरल का कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पूरी से सौर ऊर्जा से चलने वाला पहला हवाई अड्डा है। सितंबर 2018 तक इस हवाई अड्डे की सौर ऊर्जा क्षमता 40 मेगावाट हो जाएगी।

पर्यावरण प्रमुख ने कहा था कि सौर ऊर्जा की बदौलत भारत के कुछ दक्षिणी राज्य दुनिया में तेज आर्थिक विकास कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर बताया था कि अमेरिका में कोयला क्षेत्र के मुकाबले सौर क्षेत्र में पांच गुना अधिक नौकरियां हैं। उन्होंने कहा था कि भारत ने 2022 तक प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को पूरी तरह से बंद करने का वादा किया है।

पर्यावरण प्रमुख ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया जलवायु परिवर्तन से निपटने में अग्रदूत

इसके पहले संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक एरिक सोलहेम ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें जलवायु परिवर्तन से निपटने में अग्रदूत बताया था। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रमुख ने कहा था कि जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी एक वैश्विक नेता है। उन्होंने बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ दृढ़ कार्रवाई कर भारत को वैश्विक रूप से अग्रणी देशों में से एक बना दिया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय जागरूकता अभियान की मेजबानी कर भारत ने विश्व पर्यावरण दिवस का नेतृत्व भी किया था। एरिक सोलहेम ने इस मौके पर बताया था कि विश्व पर्यावरण दिवस के आयोजन के लिए भारत उनकी पहली पसंद था।

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