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21वीं सदी में भारत-इजराइल का साथ मानवता का नया इतिहास लिखेगा- प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि मौजूदा सदी में भारत-इजराइल के बेहतर संबध मानवता का नया इतिहास लिखने वाला है। वो इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मौजूदगी में अहमदाबाद स्थित iCreate सेंटर के लोकार्पण के अवसर पर बोल रहे थे। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले दशकों में ये संबंध और प्रगाढ़ बनेगा। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि इस संस्था की शुरुआत के दिनों से ही वो इसे इजराइल से जोड़ना चाहते थे और अब जाकर यह संभव भी हुआ है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इजराइल की टेक्नोलॉजी और क्रियेटिविटी ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है, ऐसे में भारतीय इनोवेटर्स इजराइल से काफी लाभ उठा सकते हैं, क्योंकि संकोच इनोवेशन का दुश्मन है।

आकार नहीं संकल्प से आगे जाता है देश- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इजराइल का उदाहरण देते हुए देश के युवाओं को संदेश दिया है कि अगर संकल्प सही तो आगे जाने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि, “इजराइल के लोगों ने पूरी दुनिया में साबित किया है कि देश का आकार नहीं, देशवासियों का संकल्प देश को आगे ले जाता है, ऊपर उठाता है। ” प्रधानमंत्री ने कहा कि वॉटर कंजरवेशन ,एग्रीकल्चर प्रोडक्शन, एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स के रख-रखाव, फूड प्रोसेसिंग, कम पानी वाले इलाकों में खेती,साइबर सुरक्षा में दोनों देशों की अच्छी साझेदारी हो सकती है।

भारत और इजराइल को और करीब लाने में इनोवेशन की बहुत बड़ी भूमिका है- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में आवश्कताओं के आधार पर इनोवेशन की आवश्यकता है, ताकि कम खर्च में आम लोगों को ज्यागा फायदा मिल सके। इस क्षेत्र में इजराइल से भारतीय युवाओं को बहुत सहायता मिल सकती है। उन्होंने कहा कि भारत में इनोवेशन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। सरकार स्टार्ट-अप, स्टैंड-अप और मुद्रा जैसी योजनाएं चला रही है। इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए ‘अटल इनोवेशन मिशन’ के तहत 2,400 टिंकरिंग लैब्स को मंजूरी दी गई है। ‘इंडिया-इजराइल इनोवेशन ब्रिज’ के तहत 40 मिलियन अमेरिकी डॉलर के फंड से ज्वाइंट वेंचर बनाया गया है, ताकि दोनों देशों के बीच स्टार्ट-अप का आदान-प्रदान हो सके।

इनोवेशन की ताकत से बने न्यू इंडिया- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा है कि, “हर व्यक्ति के मन में, हर नौजवान के मन में, कुछ न कुछ नया करने की, इनोवेटिव करने की इच्छा होती है। उसके मन में विचार आते हैं और चले जाते हैं । जो विचार आते हैं वो आपकी संपत्ति है। लेकिन, उन विचारों का जाना, खो जाना किसी धरातल पर नहीं उतरना; मैं समझता हूं वो समाज की,सरकार की, व्यवस्था की कमी है। मैं इसी व्यवस्था को बदल रहा हूं।” इस अवसर पर उन्होंने इनोवेशन की मदद से नया भारत बनाने का एक मंत्र भी दिया। उनके शब्दों में- “हमारे मंत्र हैं क्यूरोसिटी से जन्मे इंटेंट, इंटेंट की ताकत से बने आइडियाज, आइडियाज की ताकत से हो इनोवेशन और इनोवेशन की ताकत से बने हमारा न्यू इंडिया।” प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि, “ये इमैजिनेशन, ये सपने, ये कल्पना ही हमें नई बुलंदियों पर ले जाती है। इन सपनों को कभी भी मरने नहीं देना है। इन सपनों को कभी थमने नहीं देना है। बच्चों की क्रियोसिटी के पोषण की जिम्मेदारी हम सबकी है। संकोच इनोवेशन का दुश्मन है। “

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बच्चों में जिज्ञासा की भावना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नौजवानों की जिज्ञासा यूं ही खत्म न हो जाएं इसी सोच के साथ iCreate का जन्म हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, कि जो साहस करता है वह कोई भी निर्णय ले सकता है। साहस के बिना निर्णय नहीं लिए जा सकते। उन्होंने कहा कि आज जो करेंगे उसका फायदा पीढ़ियां उठाएंगी। उनके अनुसार , “किसान एक छोटा सा पौधा बोता है, तो आने वाली कई पीढ़ियां उस विशाल वृक्ष के फल पाती रहती हैं और किसान की आत्मा जहां कहीं भी होती है, यह देखकर निश्चित रूप से आनंदित होती है। आज iCreate के लोकार्पण पर हम सब को उसी खुशी का अनुभव हो रहा है, कि जो बीज बोया था वो आज वट वृक्ष के रूप में उभर करके आया है।”

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