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मीडिया का पोस्टमॉर्टम – 2014 के बाद हर छोटे-बड़े चुनाव को बताया 2019 का सेमीफाइनल

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उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा चुनाव के परिणाम आज आए हैं। जिस प्रकार मीडिया ने इस उपचुनाव को 2019 का सेमीफाइनल घोषित किया है, उसने मीडिया के चरित्र का एक बार फिर पर्दाफाश किया है। यह कोई पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी 2014 के बाद हुए हर चुनाव, उपचुनाव को मीडिया 2019 का सेमीफाइनल बताया आया है। इस लेख में आगे  बताएंगे कि अब तक किन-किन चुनावों को 2019 का सेमीफाइनल बताया जा चुका है।

तस्वीर 1-यूपी-बिहार लोकसभा उपचुनाव
पहली तस्वीर से साफ है कि मीडिया ने उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए तीन लोकसभा सीटों के उपचुनाव को 2019 के सेमीफाइनल की तरह पेश किया है। उपचुनाव से पहले ही मीडिया में इसे 2019 का सेमीफाइनल बताया जाने लगा था।

तस्वीर 2-पूर्वोत्तर के चुनाव परिणाम
दूसरी तस्वीर पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव से पहले छपी एक खबर की है। इन चुनावों को भी मीडिया ने मोदी सरकार के भविष्य से जोड़ दिया था। चुनाव से पहले ही इसे 2019 का सेमीफाइनल बताते हुए मीडिया में खूब खबरें चलीं। 

तस्वीर 3- मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव
मीडिया को हर चुनाव को 2019 का सेमीफाइनल घोषित करने की आदत पड़ गई है। तीसरी तस्वीर इसी वर्ष फरवरी में मध्य प्रदेश में कोलारस और मुंगावली विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से संबंधित खबर की है। इस उपचुनाव को भी मीडिया ने सत्ता का सेमीफाइनल घोषित कर दिया था। 

तस्वीर 4- राजस्थान में स्थानीय निकाय उपचुनाव
हद तो तब हो गई जब राजस्थान में स्थानीय निकाय के उपचुनाव को भी मीडिया ने 2019 का सेमीफाइनल बनाकर पेश कर दिया। राजस्थान में 6 मार्च, 2018 को 21 जिलों में स्थानीय निकाय की 33 सीटों पर उपचुनाव हुए थे। 

तस्वीर 5- राजस्थान लोकसभा उपचुनाव
इससे पहले जनवरी 2018 में राजस्थान में दो लोकसभा सीटों अजमेर व अलवर तथा विधानसभा सीट मांडलगढ़ पर हुए उपचुनाव को भी 2019 का सेमीफाइनल बताया था। इन उपचुनावों में कांग्रेस ने बीजेपी को शिकस्त दी थी।

तस्वीर 6- गुजरात चुनाव को बताया सेमीफाइनल
पिछले वर्ष दिसंबर में गुजरात विधानसभा चुनाव को भी मीडया वालों ने 2019 का सेमीफाइनल बताया था। इस चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें हासिल कर सरकार बनाई।

तस्वीर 7- उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव
नवंबर 2017 में उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव संपन्न हुए थे। उससे पहले ही मीडिया ने इन चुनावों को 2019 का सेमीफाइनल घोषित कर दिया था। यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी को बंपर जीत मिली थी।

तस्वीर 8- छात्र संघ चुनाव
मीडिया में बैठे हुए लोगों की मानसिकता देखिए कि छात्रसंघ चुनाव परिणामों को भी 2019 के लिए रुझान बता दिया। पिछले वर्ष सितंबर और अक्टूबर के महीने में दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू, इलाहाबाद विश्वविद्यालय और हैदराबाद विश्वविद्यालय समेत तमाम विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव हुए थे।

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