प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर ऐतिहासिक काम किया। बाबासाहब की याद में दिल्ली में देश को राष्ट्रीय स्मारक समर्पित किया जो देश की युवाओं को बाबासाहब के योगदान, उनके आदर्श और उनके उपदेशों का संदेश देता रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी अपने आवास लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन से सिविल लाइंस स्थित अंबेडकर मेमोरियल तक का सफर दिल्ली मेट्रो से किया। अंबेडकर मेमोरियल के उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय समाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत, राज्य मंत्री रामदास आठवले, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और चांदनी चौक से सांसद डॉ हर्षवर्धन भी उपस्थित थे।
स्मारक के बारे में –
- यह स्मारक भारत के संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के जीवन और उनके योगदान को समर्पित है। प्रधानमंत्री मोदी ने 21 मार्च, 2016 को इसकी आधारशिला रखी थी।
- इस इमारत में एक प्रदर्शनी स्थल, स्मारक, बुद्ध की प्रतिमा के साथ ध्यान केन्द्र, डॉ. अंबेडकर की 12 फुट की कांस्य प्रतिमा है।
- इसके प्रवेश द्वार पर अशोक स्तम्भ (11 मीटर) और पीछे की तरफ ध्यान केन्द्र बनाया गया है।
- इसमें सीवेज शोधन संयंत्र (30 केएलडी), वर्षा जल सिंचाई प्रणाली और नेट मीटरिंग के साथ छत पर सौर ऊर्जा (50 किलोवाट) संयंत्र स्थापित किया गया है.
- इमारत 7374 वर्ग मीटर क्षेत्र में खड़ी की गई है और इसका कुल निर्मित क्षेत्र 6758 वर्ग मीटर है।
- आजादी के बाद पहले कानून मंत्री बने बाबासाहब ने अपनी उपेक्षा को देखते हुए 1 नवम्बर, 1951 को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से अंतिम सांस लेने तक 26, अलीपुर रोड, दिल्ली ही उनका निवास स्थान था।
- यह सिरोही के महाराजा का घर था, जिसे अब स्मारक में बदल दिया गया।