कालेधन के खिलाफ मोदी सरकार के अभियान का गहरा असर प्रॉपर्टी बाजार पर पड़ा है। नोटबंदी ने इसे हिलाकर रख दिया है क्योंकि रियल एस्टेट में आमतौर पर अघोषित पैसे से ही लेन-देन होता है।
हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम से प्रॉपर्टी बाजार को शुरू में सुस्ती का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आगे चलकर ये आमलोगों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है।
बाजार से कालाधन बाहर निकलने के बाद और कीमत कम होने से लोग मकान खरीद सकेंगे। फिलहाल तो यह हाल है कि सरकारी रेट और मार्केट रेट में काफी बड़ा अंतर होने से खरीद-फरोख्त में नकदी का इस्तेमाल ज्यादा होता है। प्रॉपर्टी खरीदने के लिए नकद लेन-देन 30 से 50 प्रतिशत के बीच होता है।
नकदी में लेन-देन होने के कारण इस सेक्टर में काले धन का बड़े पैमाने पर उपयोग होता है। कालेधन का ज्यादातर इस्तेमाल आलीशान बंगले, फ्लैट और कोठी खरीदने के लिए किया जाता है।
ऐसे में नोटबंदी और कैशलेश ट्रांजेक्शन के साथ चेक, कार्ड अथवा ऑनलाइन मोड से पेमेंट करने के फैसले से नकद लेन-देन पर रोक लगेगी जिससे आम लोगों को फायदा होगा। दाम कम होने से हर आदमी के मकान के सपने साकार रूप ले सकेंगे।