मोदी सरकार में सुरक्षा के हालात बेहतर हुए हैं और आतंकी संगठनों को खत्म करने में कामयाबी मिली है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तीन साल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए दावा किया है कि ISIS को सरकार ने भारत में पैर जमाने नहीं दिए। कश्मीर में भी हालात पहले से बेहतर हुए हैं।
भारत में पांव नहीं फैला सका ISIS
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विगत तीन साल में 90 से ज्यादा IS समर्थक पकड़े गये हैं। श्री राजनाथ ने कहा, “भारत मुस्लिम आबादी के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा देश है लेकिन अब तक आईएसआईएस का कोई प्रभाव नहीं है, यह हमारी बड़ी सफलता है.”
कश्मीर में बेहतर हुए हालात
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा :
- पिछले तीन साल में 90 से ज्यादा IS समर्थक पकड़े गये हैं।
- सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से आतंकी गतिविधि में 75 फीसदी की कमी आयी।
- हिजबुल के 5 आतंकियों को फांसी दी गयी।
- 2014-2017 के बीच भारतीय सेना ने 368 आतंकियों को मार गिराया।
- 2011-14 के दौरान 239 आतंकी मारे गये थे, 2014-17 के दौरान 368 आतंकी मारे गये
- जम्मू-कश्मीर से बाहर पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए सभी राज्यों में नोडल ऑफिसर नियुक्त किए गये हैं।
- कश्मीर में उडान योजना के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को ट्रेनिंग और रोजगार दिए गये
- जम्मू-कश्मीर में रोजगार के नये अवसर पैदा करने की कोशिश
नक्सली हिंसा में कमी
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि मोदी सरकार के 3 साल के कार्यकाल में नक्सली हिंसा मे 25 फीसदी से अधिक की कमी आयी है। उन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों में 397 नये पुलिस स्टेशन बनाने की बात भी कही।
यूपीए के कार्यकाल से बेहतर प्रदर्शन
- सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ में छह महीने में 45 फीसदी की कमी आयी
- 1965 और 1971 के युद्ध में कश्मीरी रिफ्यूजियों के लिए 2000 करोड़ का पैकेज दिया गया
- लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिज्म से प्रभावित राज्यों के साथ रणनीति बनी है। कामयाबी का पूरा विश्वास
- 2015 में नेशनल पॉलिसी और एक्शन प्लान को लान्च किया गया।
- रोड, एयर और मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास
- सुरक्षा बलों को मजबूत किया जा रहा है।
- सीमा पर फेन्सिंग की जा रही है।
- लैंड बॉर्डर सिक्योरिटी और कोस्टल सिक्योरिटी पर विशेष ध्यान।
- नॉर्थ ईस्ट में 1970 से लेकर अब तक मोदी सरकार के दौरान सबसे कम हिंसा
- अब अस्पतालों में एडमिट जवान ऑन ड्यूटी माने जाते हैं।