प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार पर एक और करारा प्रहार किया है। जीरो टालरेंस की नीति को अपनाते हुए उन्होंने एक बड़ा संदेश दिया है।
दुनिया भर में लोग नौ दिसंबर को एंटी करप्शन डे के रूप में मना रहे हैं लेकिन करप्शन के खिलाफ असल कार्रवाई भारत में हुई।
करप्शन को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के तहत वीवीआईपी चॉपर घोटाले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही उनके चचेरे भाई संजीव त्यागी और वकील गौतम खेतान को भी गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के साथ ही सरकार ने साफ संदेश दे दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कोई कितना ही बड़ा या प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री इसके पहले कह चुके हैं कि मैं भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाकर ही दम लूंगा। इसके लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं।
बताया जा रहा है कि त्यागी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे। इसीलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले के सिलसिले में त्यागी से कई दौर की पूछताछ की थी।
यूपीए शासन काल में इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की खरीद की डील हुई थी। उस समय एसपी त्यागी वायुसेना प्रमुख थे।
इटली के मिलान कोर्ट ऑफ अपील्स ने अपने फैसले में माना था कि हेलिकॉप्टर डील में करप्शन हुआ और इसमें त्यागी भी शामिल थे। कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड के चीफ जी ओरसी को दोषी ठहराया। उन्हें साढ़े चार साल जेल की सजा भी सुनाई गई।
आरोपों के मुताबिक हेलिकॉप्टर सौदे के लिए टेंडर की शर्तों में कुछ तकनीकी फेरबदल किए गए।