Home विशेष रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म के रास्ते मजबूत हो रहा अर्थव्यवस्था का आधार

रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म के रास्ते मजबूत हो रहा अर्थव्यवस्था का आधार

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस तरह किसानों, शोषितों और पीड़ितों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उसी तरह देश को सशक्त बनाने के लिए तमाम तरह के कदम उठा रहे हैं। इसी कार परिणाम है कि आज भारत आर्थिक दृष्टि से सबसे गति से प्रगति करने वाला देश है। दरअसल देश की अर्थव्यवस्था रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के रास्ते सतत विकास कर रहा है। आइये इसके परिणामों के बारे में एक नजर डालते हैं-

विश्व की छठी अर्थव्यवस्था बन गया भारत
अप्रैल 2018 में जारी हुए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के वर्ल्ड इकॉनोमिक आउटलुक की रिपोर्ट के अनुसार भारत विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। IMF के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था 2.6 खरब डॉलर यानि करीब 170 लाख करोड़ रुपये की हो गई है। अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में भारत अब फ्रांस को पीछे छोड़- अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी और ब्रिटेन के बाद छठे स्थान पर पहुंच गया है।

सबसे तेज गति से भारत का आर्थिक विकास
चीन को पीछे छोड़ दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी भारत की हो गई है। बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में देश की विकास दर 7.2 फीसदी हो गई है। यह बीते 5 तिमाही में सबसे ज्यादा है। इससे पूर्व 7.5 प्रतिशत की उच्चतम दर 2016-17 की जुलाई-सितंबर तिमाही में थी। इसके साथ ही भारत की विकास दर एक बार फिर दुनिया में सबसे तेज हो गई है। जनवरी से मार्च की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 7.4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो कि तीसरी तिमाही के 7.2 प्रतिशत से अधिक है। आंकड़े 31 मई तक आने की संभावना है।

विदेशी मुद्रा भंडार में आया जबरदस्त उछाल
मोदी सरकार की नीतियों के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार भर रहा है। अप्रैल के आखिरी सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। 424.864 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार था, जो यूपीए सरकार की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक है।

चार साल में विदेशी निवेश में रिकॉर्डतोड़ वृद्धि
विदेशी निवेश के मामले में भी भारत लगातार रिकॉर्ड तोड़ता जा रहा है। यूपीएस सरकार के दौरान वर्ष 2012-13 में जहां 22.42 अरब डॉलर का निवेश था, वहीं 2014 से यह लगातार बढ़ रहा है। 2013-14 में 28 अरब डॉलर, 2014-15 में 35 अरब डॉलर, 2015-16 में 55.6 अरब डॉलर, 2016-17 में 60.1 अरब डॉलर का निवेश हुआ। यानि मोदी सरकार के दौरान चार वर्षों में ही दोगुने से अधिक निवेश हो चुका है।

महंगाई पर लगी लगाम, दूर हो रही गरीबी
वर्ष 2013 में खुदरा महंगाई दर 10.79 प्रतिशत हो गया था। लेकिन मोदी सरकार ने आते ही लगातार महंगाई पर काबू पाया है। खुदरा मुद्रास्फीति का मई का आंकड़ा इसका रिकार्ड न्यूनतम स्तर है। वर्ष 2017 में यह 3.3 प्रतिशत और मई 2016 में यह 5.76 प्रतिशत थी। इसी तरह देश में गरीबी उन्मूलन के लिए भी तमाम योजनाएं जारी हैं। उज्ज्वला योजना, जन धन योजना, सुरक्षा बीमा योजना जैसी तमाम स्कीम्स लाए गए हैं जो गरीबी दूर करने में मददगार साबित होने वाले हैं। 

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