Home विपक्ष विशेष आंकड़ों में हेराफेरी! और कितना गिरोगे राहुल गांधी?

आंकड़ों में हेराफेरी! और कितना गिरोगे राहुल गांधी?

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गुजरात चुनाव में प्रचार के दौरान राहुल गांधी रोजाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक सवाल कर रहे हैं, लेकिन लगातार इन सवालाों के साथ वो गलत आंकडे़ पेश कर जनता को गुुमराह कर रहे हैं। मंगलवार को राहुल गांधी ने महंगाई का सवाल उठाते हुए गैस सिलिंडर, दूध, दाल, टमाटर, प्याज जैसी चीजों के दाम बता कर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की, लेकिन इन जरूरी चीजों के जो आंकड़े राहुल गांधी ने पेश किए वो सही नहीं थे। Perform India ने जब आंकड़ों की पड़ताल की तो वो फर्जी निकले। 

यूपीए शासन में 1241 रुपये का था गैर सब्सिडी वाला सिलिंडर

राहुल गांधी ने अपने आंकड़ों में सबसे पहले घरेलू गैस के सिलिंडर का जिक्र किया है। इसमें उन्होंने बताया है कि 2014 में सिलिंडर 414 रुपये का था, जबकि आज 742 रुपये का है। राहुल गांधी ने इन आंकड़ों में बड़ी चालाकी से सब्सिडी वाले सिलिंडर की तुलना गैर सब्सिडी वाले सिलिंडर से कर दी है। 2014 से पहले एक साल में सिर्फ 9 सब्सिडी वाले सिलिंडर ही मिलते थे और उस वक्त उनकी कीमत 414 रुपये थी, लेकिन नौ के बाद दसवां सिलेंडर लेने पर 1241 रुपये चुकाने पड़ते थे। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में इसे छिपा लिया, लेकिन देश जानता है कि यूपीए के शासन में किस तरह महंगाई ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया था। आपको बता दें कि मोदी सरकार में आजकल सब्सिडी और गैर सब्सिडी वाले दो तरह के सिलिंडर मिलते हैं। दिल्ली में एक दिसंबर 2017 को सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत महज 495 रुपये थी। जो लोग सब्सिडी नहीं लेते उन्हें ये सिलिंडर 747 रुपये का मिलता है और सब्सिडी लेने वालों को बीच का पैसा (252 रुपये) सीधे उनके खातों में पहुंच जाता है। जाहिर है कि मोदी सरकार ने गैस की सब्सिडी को सीधे उपभोक्ताओं के खातों से जोड़ दिया है, इससे जो लोग जरूरतमंद हैं और जिन्हें सब्सिडी मिलनी चाहिए उन्हें ही सब्सिडी मिलती है और बगैर किसी भ्रष्टाचार के यह पैसा सीधा उनके खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता है।

  UPA 2014 (गैर सब्सिडी) 2014(सब्सिडी) 2017 (गैर सब्सिडी) 2017 (सब्सिडी)
गैस सिलिंडर 1,241 रुपये 414 रुपये 747 रुपये 495 रुपये (252 रुपये सीधे खाते में)

दाल के दामों पर सामने आया झूठ

इसी तरह अब बात करते हैं दाल, टमाटर, प्याज और दूध के दामों की। राहुल गांधी ने अपने इंफोग्राफिक्स में इन जरुरी चीजों को रेट में भी खासा फर्जीवाड़ा किया है। सबसे पहले दाल की बात करते हैं, राहुल गांधी के मुताबिक 2014 में अरहर की दाल के रेट 45 रुपये प्रति किलो थे जबकि आज 80 रुपये प्रति किलो हैं। हमने भारत सरकार के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय, जो कि देशभर में रोजाना कॉमोडटीस के रेट अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित करता है, उसका विश्लेषण किया। इसके मुताबिक राहुल गांधी ने बिल्कुल फर्जी आंकड़े पेश किए हैं। 2014 में अरहर दाल के दाम 82 रुपये प्रति किलोग्राम थे लेकिन राहुल गांधी ने झूठा दावा किया है कि 2014 में अरहर दाल 45 रुपये प्रति किलोग्राम थी। 2004 से  मई 2014 के बीच जब यूपीए की सरकार थी और राहुल गांधी ही भीतरखाने उस सरकार को चला रहे थे, तब अरहर दाल के दाम आसमान छू रहे थे। जनवरी 2010 में अरहर के दाम 100 रुपये प्रति किलोग्राम थे वहीं मई 2012 में भी अरहर के दार 100 रुपये प्रति किलोग्राम के ऊपर पहुंच गए थे। यानी राहुल गांधी दाल के रेट को लेकर सरासर झूठ बोल रहे हैं, अरहर दाल को 45 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर बिके हुए जमाना बीत गया है, लेकिन राहुल गांधी देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।

अरहर दाल राहुल का दावा राहुल का दावा NDA सरकार
NDA सरकार
UPA सरकार
वर्ष 2014 2017 2017 2014 2010
रेट (रुपये प्रति किलोग्राम) 45 80 84 82 100

 

दूध के दाम बढ़चढ़ा कर पेश किये

अब बात करते हैं दूध के दाम की, राहुल गांधी के मुताबिक 2014 में दूध 38 रुपये प्रति लीटर था, और आज दूध 50 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है, लेकिन इसमें भी काफी झोल है। लगता है राहुल गांधी को झूठ बोलने की आदत हो गई है और वो किसी भी तरह सरकार को बदनाम करने की साजिश में लगे हुए हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली में आज दूध के दाम 42 रुपये प्रति लीटर हैं, जबकि 2014 में दूध का रेट 38 रुपये प्रति लीटर था। आपको बता दें की यूपीए शासन के दौरान 2013 में दूध 42 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था, लेकिन यहां भी राहुल गांधी ने झूठ बोला है।

दूध राहुल का दावा राहुल का दावा NDA सरकार NDA सरकार UPA सरकार
वर्ष 2014 2017 2017 2014 2013
रेट (रुपये प्रति लीटर) 38 50 42 38 42

 

यूपीए शासन में प्याज के आंसू रोई थी जनता

इसी तरह टमाटर और प्याज के दामों का विश्लेषण करें। राहुल गांधी के ट्वीट के मुताबिक 2014 में प्याज 40 रुपये प्रति किलो और टमाटर 35 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा था, जबकि आज प्याज 80 रुपये प्रति किलोग्राम और टमाटर 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, लेकिन सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो 5 दिसंबर को दिल्ली में प्याज के रेट 58 रुपये और टमाटर के रेट 57 रुपये प्रति किलोग्राम थे। यानी राहुल गांधी ने इन आंकड़ों को भी काफी बढ़ाचढ़ा कर पेश किया है। यहां भी राहुल गांधी यूपीए सरकार का कार्यकाल भूल गए जब देश की जनता को प्याज के आंसू रोने पड़े थे। अगस्त 2013 में जब देश में यूपीए सरकार थी तब देश में टमाटर 60 रुपये प्रति किलोग्राम और प्याज 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिका था। यानी 2014 में मोदी सरकार आने के बाद प्याज और टमाटर के दामों में खासी कमी आई थी। 

  राहुल का दावा राहुल का दावा NDA सरकार NDA सरकार UPA सरकार
वर्ष 2014 2017 2017 2014 2013
टमाटर (रुपये प्रति किलो) 35 100 57 23 60
प्याज (रुपये प्रति किलो) 40 80 58 30 100

 

 

डीजल के भी गलत आंकड़े पेश किए

अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने डीजल के दामों का भी जिक्र किया है। राहुल के मुताबिक 2014 में डीजल 56 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था, जबकि 2017 में 63 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। हमने इंडिया ऑयल की वेबसाइट पर जाकर डीजल के रेट देखे तो इसमें भी राहुल गांधी की कलाकारी नजर आई। आज दिल्ली में डीजल का रेट 58.43 रुपये प्रति लीटर है, जबकि 16 दिसंबर 2014 को दिल्ली में डीजल का रेट 50.51 रुपये प्रति लीटर था। यहां भी राहुल गांधी ने झूठे आंकड़े पेश किए हैं। 2013 में जब यूपीए की सरकार थी तब दिल्ली में डीजल 53.78 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। यहां ये भी बताना जरूरी है कि अब पेट्रोलियम उत्पादों के दाम पर सरकार का नियंत्रण खत्म हो गया है, ऑयल कंपनियां रोजना के अंतर्राष्ट्रीय दामों के हिसाब से अपने रेट निर्धारित करती हैं। जबकि यूपी सरकार के जमाने में  ऐसा नहीं था और डीजल-पेट्रोल के दामों पर सीधा सरकार का नियंत्रण था। 

डीजल (दिल्ली में) राहुल का दावा राहुल का दावा NDA सरकार NDA सरकार UPA सरकार
वर्ष 2014 2017 5/12/2017 16/12/2014 21/12/2013
रेट(रुपये/लीटर) 56 63 58.43 50.51 53.78

(स्रोत-इंडियन ऑयल)

इस विश्लेषण से यह साफ हो गया है कि राहुल गांधी सिर्फ और सिर्फ झूठ का सहारा लेकर चुनाव को प्रभावित करना चाहते हैं। उनके पास मोदी सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है तो वो आंकड़ों से खिलवाड़ कर रहे हैं।

यूपीए शासन के 10 सालों में खाना-पीना ढाई गुना से ज्यादा महंगा हुआ

एनडीए सरकार पर सवाल उठाने वाले राहुल गांधी को यूपीए सरकार के दस वर्षों के कार्यकाल के दौरान बढ़ी बेतहाशा महंगाई आज याद नहीं हैं, लेकिन हम उन्हें याद दिला देते हैं कि यूपीए शासन में जब राहुल और सोनियां गांधी रिमोट कंट्रोल से देश की सरकार चला रहे थे तब देश में सबसे ज्यादा महंगाई बढ़ी थी। दाल, सब्जी, दूध जैसी खाने-पीने की चीजों के दाम ढाई गुना से ज्यादा बढ़ गए थे। आंकड़ों पर गौर करें तो सन् 2004 से 2013 के बीच खाने-पीने की वस्तुओं के दामों में 157% बढ़ोतरी हुई। सब्जी के उत्पादन में देश पूरी दुनिया में दूसरे नंबर है, इसके बाद भी यूपीए के कार्यकाल में सब्जियों के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई और यह 350 % तक जा पहुंची। 2004 से 2013 के बीच प्याज की कीमतों में 521% की बढ़ोतरी हुई। यूपीए सरकार के दौरान अक्टूबर 2013 में प्याज के दाम 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए थे। टमाटर भी जुलाई-अगस्त 2013 के दौरान 70 रुपये प्रति किलो तक बिक गया। प्याज, टमाटर तो छोड़िया आलू, बैंगन, भिंडी ने भी आम आदमी का दम निकाल दिया था। दालों के दाम 2005 से जो बढ़ने शुरू हुए, वे 2010 तक दोगुने हो गए। 2012 में इनकी कीमतों में फिर इजाफा हुआ और 2013 में तो दालों के दामों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई। यूपीए के दस वर्षों के शासन के दौरान दूध की कीमतें 119 फीसदी बढ़ गईं जबकि अंडे के दाम 124 फीसदी उछल गए। चीनी के रेट में भी 106 फीसदी की बढ़ोतरी हुई यानी चीनी दोगुने से ज्यादा महंगी हो गई। यूपीए शासन के ये जो आंकड़े बताए गए हैं वो थोक मार्केट के थे, यानी खुदरा मार्केट में तो खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छूने लगे थे।

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